Summary & Recap
अब आप सोच के देखिए जब रेंट इतना है तो अंदर समान कितनी कीमत का होगा । 1990 में ओसामा बिन लादेन ने Swiss Bank में account खोला था । इसी तरह जो Bank statement होता है उस पर भी account holder का नाम तक नहीं होता है,तो पता चला की पिछले 13 साल का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया Indian ने Swiss Bank में पैसा जमा करने में। की जब इस पर्टिकुलर सेलिब्रिटी की जब जांच हुई तो उसमें Swiss Bank का ट्रैवलर चेक पकड़ा गया, लेकिन ओसामा बिन लादेन का जो swiss account था उसमें 6 साल तक उसमें कोई activity नहीं हुई थी, अब आप सोच के देखिए जब रेंट इतना है तो अंदर समान कितनी कीमत का होगा । लेकिन Swiss Bank famous है अपने numbered account के लिए और लोग गोल्ड और डायमंड जैसी चीज खरीद के इन बंकर में रखते हैं और Code के साथ अपनी पीढ़ी दर पीढ़ी को ट्रांसफर करते रहते हैं। उसके बाद जो swiss account के जो account holder थे उनकी भी List आ गई लेकिन एक पैसा तक India में वापस नहीं आई।
Swiss bank
Jems bond की movie “the world is not enough” में जेम्स बंद ने कहा था की अगर आप एक Swiss Bank पर भरोसा नहीं कर सकते तो, पता नहीं दुनिया का क्या होगा। ऐसे ही कई मूवी है जिसमे में Swiss Bank के Employees के ऊपर Gun तक रख दी गई है लेकिन वो फिर भी Information नहीं बताते हैं, तो सबसे पहले चीज तो ये है की ऐसा क्या reason है की यह Bank जो over world में इतना famous है। India के powerfull और अमीर लोग अपने SBI Bank को छोड़ के Government से छुपा के Swiss Bank में पैसा क्यों डालते हैं, इससे फायदा क्या होता है और क्या मैं India में बैठ के Swiss Bank में account खुला सकता हूं, डॉक्यूमेंट क्या लेते हैं। ये Swiss Bank के अंदर जो numbered account इतना famous क्यों है ये सारी चीज Details में डिस्कस करेंगे। उससे पहले एक चीज, Black Money समझ लेते हैं उसके बाद सारी चीज क्लियर हो जाएगी।
Black Money
देखिए कोई भी ऐसा पैसा जिसका source आप Government से छुपा के रखते है हैं वो Black Money है। अब इसमें एक source तो Illegal activity करके छुपाया जाता है जैसे batting, extraversion, smuggling और दूसरा legal activity करके जैसे एक दुकानदार सामान बेच रहा है ये कोई Illegal activity नहीं है लेकिन अगर वो सामान बेच के बिल नहीं दे रहा है और कैश में पैसा लेके घर में जमा कर रहा है, तो ये Black Money हुआ । एक ideal economy में हर transaction का रिकॉर्ड Government के पास होना चाहिए और जिसका रिकॉर्ड नहीं है, टैक्स नहीं मिल रहा है, वो Black Money है और ये जो Black Money है इस Black Money को आप आसानी से खर्चा नहीं कर सकते। की मार्केट में गए और आप खर्च करने लगे, इसको छुपाने और black को white करने के लिए लोग अलग-अलग तरीके बनाते हैं, जिसमें से एक Swiss Bank में पैसा रखना बहुत ही famous है । देखिए ये जो Swiss Bank हम शब्द use करते हैं ये कोई अकेला Bank नहीं है Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) के सारे Banks को Swiss Bank बोला जाता है लेकिन Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) के कुछ rules ऐसे हैं जिनकी वजह से Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) के Banks जो over world में famous है।
Switzerland Law
1713 में Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) Government ने एक Law बना दिया की कोई भी Bank अपने Customer की कोई भी Details नहीं share करेगा और जब ऐसा बोला गया तो Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) की जो कैपिटल है जिनेवा, फ्रांस और बाकी यूरोपियन country के जितने भी Rich और powerfull लोग थे Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) में पैसा रखने लगे और यही से शुरू होता है swiss Banks के अंदर एक secrecy और silence का culture जो आज की date में swiss Banks के लिए बहुत ही important बन गया है इस rule के बाद Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) के अंदर जो बाहर से पैसे का flow आ रहा था वो इनकी Government के लिए काफी फायदेमंद साबित होने लगा।
इसके बाद 1934 में फिर से Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) Government ने एक और law पास किया “Banking act of 1934” जिसके आर्टिकल 47 के तहत अगर स्विट्ज़रलैंड का कोई भी Bank अपने Customer की Details जो over world की किसी भी Government को या फिर टैक्स एजेंसी को share करता है तो एक panishable offence होगा फिर चाहे वो Details किसी criminal की ही क्यों ना हो। कोई भी अगर इसको violet करता है तो उसको 5 साल तक की सजा होगी। ये जो Law बनाया गया ये all over world में सबसे स्ट्रीक बैंकिंग Law उस time पर भी था। और अभी भी है ये सब देख के दुनिया भर के Rich और powerfull लोगों के लिए Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) एक अट्रैक्टिव डेस्टिनेशन बन गया। क्योंकि उनको अब अपनी Black Money और अपार संपत्ति के लिए किसी को जवाब देने की जरूर नहीं है, अपने खुद के देश की Government तक को नहीं।
ओसामा बिन लादेन तक की पहली पसंद Swiss Bank थी। वो अभी मैं last में बताऊंगा जब Indian celebrities की जब नाम सामने आएंगे।
switzerland की खसियत
उसमें Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) की सबसे बड़ी खासियत यह थी और अभी भी है, की ये देश पॉलिटिकल न्यूट्रल है, अब जैसे अगर पाकिस्तान में इस तरह का Bank होता तो Indian देश में पैसा रखना में avoid करते हैं भले ही कितने अच्छा Bank होता लेकिन Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) की किसी से भी दुश्मनी नहीं है,
cold war के time पर भी जब सब देश की मजबूरी थी, अमेरिका और सोवित रसिया में से किसी एक की साइड लेने की तो उस time पर भी Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) न्यूट्रल था, second world war में भी स्विट्ज़रलैंड ने न्यूट्रिलिटी का रास्ता चुना। Year 1501 से लेकर आज तक कोई भी war नहीं किया Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) ने, देखिए ये चीज एक देश के लिए बहुत बड़ा advantage है, कैसे है वो मैं अभी आपको बताता हूं। world war के time पर जिन देश को लगता था की Hitler (हिटलर) हम अटैक करके हमारे पैसे वगैरा छीन लेगा, वो सारे देश के लोगों ने अपना पैसा Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) में रखना शुरू कर दिया।
अभी recently भी कई डॉक्यूमेंट uncover हुए है, जिससे पता चला है की 1944 में जर्मनी के interior minister Heinrich Himmler ने भी Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) में स्पेशल ट्रेन भेजी थी, जिसमें हजारों करोड़ का सोना ज्वेलरी और पेंटिंग्स थी जो Swiss Bank के vault में जमा की गई थी।
what type of people keep money in swiss bank
अब देखिए ऐसा नहीं है की Swiss Bank में सिर्फ Black Money वाले लोग ही पैसा जमा करते हैं कई बार लोग प्राइवेसी के अलावा और भी कई reasons, यहां पर पैसा जमा करते हैं जिन देशों में Government unstable होती है, जहां की Banks जो हैं वो क्रेडिबल नहीं होते। वहां के लोग भी Swiss Bank में पैसा जमा करते हैं और इसके साथ-साथ स्विट्ज़रलैंड की जो currency है swiss frank वो world की premium currency में से एक माना जाता है उसको। तो इन सारी चीजों की वजह से लोगों को बाकी कंपनी की comparatively Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) के Bank पर ज्यादा भरोसा रहता है, और ये चीज Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) बहुत ही अच्छे से समझना है इसलिए G-20 country हो या फिर OECD Country के Group हो, इन सबने time to time Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) Government के ऊपर काफी pressure बनाया की आप अपने rules को थोड़ा ढीला करो लेकिन Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) Government सबको नजर अंदाज करती रही infact और strict rule बनाया गया की अगर कोई Bank officer, Information Bank के बाहर देता है तो ये punishable offence consider किया जाएगा।
Swiss Banks Account Opening
अब यह देखते हैं की Swiss Bank में account कैसे खोल जाता है देखिए पुरी दुनिया के अंदर किसी भी country का resident Swiss Bank के अंदर account खोल सकता है। आपके और हमारे जैसे लोग भी घर बैठ के account खोल सकते हैं Swiss Bank के अंदर। लेकिन बस एक दिक्कत है की, 1 मिलियन swiss frank होने चाहिए कम से कम। बाकी maximum तो कितने भी हो सकते हैं।
swiss bank में account खोलना के लिए आपकी minimum age 18 साल होनी चाहिए, एक valid Passport जिसकी Validity 6 monts तक atleast हो, लेकिन इसके साथ-साथ ये आपका एक Resume में भी submitt करवाते हैं जिसमें आपकी skill से लेकर आप क्या-क्या काम करते हैं और कब-कब कहां-कहां काम किया वो सारी Details होती है, जो Fund आप submitt करोगे ये Fund आपके पास किस तरीके से आया है इसकी Details भी आपको देनी होती है। स्विट्ज़रलैंड में आप किसी भी time zone और किसी भी language में connect कर सकते हो, इंटरनेशनल Customer के लिए हर facility available है।
देखिए पहले तो काफी simple process था लेकिन Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) पर काफी इंटरनेशनल प्रेशर आया है और नए-नए Money Loundries law भी आये। इसलिए पहले के comparatively थोड़ा tough हो गया है Swiss Bank में account खुला के पैसा जमा करना। लेकिन इन सब strictness के बाद भी Covid के के बाद Swiss Bank में और पैसा आने लगा।
जो मैंने world war का example दिया था, आज जो यूक्रेन रसिया का war चल रहा है उसमें भी same चीज रिपीट हो रही है uncertainty की वजह से यूक्रेन और रसिया के लोग अपना पैसा safe जगह रखना चाहते हैं, इससे डिमांड काफी बाढ़ गई है swiss Bank की। जब दुनिया भर में Digitalization चल रहा था तब Swiss Bank ने भी digitalised infrastructure को opted किया और users को मोबाइल पेमेंट सिस्टम से जोड़ने की कोशिश की।
2020 swiss payment survey के हिसाब से स्विट्ज़रलैंड में लोगों ने कैश से ज्यादा मोबाइल पेमेंट सिस्टम को use किया, अब देखिए भले ही Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) कितना ही आगे हो लेकिन डिटलाइजेशन में हमारे India को पीछे करना किसी के बस की बात नहीं है 2022 में India में 70 मिलियन डिजिटल पेमेंट्स हुई हैं जो दुनिया में Highest है, India में काफी स्ट्रांग इंफ्रास्ट्रक्चर बिल्ड हो चुका है जो इसको फैसिलिटेट करता है।
Swiss Bank Secret Vaults & Numbered Account
अब देखिए नॉर्मल जो account है swiss Bank के अंदर वो तो कोई भी घर बैठे खुला सकता है, India से बैठकें हम लोग भी खुला सकते हैं अगर minimum requirements हम लोग पुरी करते हैं तो। लेकिन Swiss Bank famous है अपने numbered account के लिए, ये वो account है जिसमें powerfull और Rich लोग पैसा रखते हैं numbered account को खुलवाना आसन नहीं होता इसके लिए आपको एक बार physically visit करना होगा और इस numbered account में आपकी privacy का पूरा ध्यान रखा जाता है, दुनिया की कितनी भी powerfull Government हो अगर टैक्स रिलेटेड Information exanchange करने का जो agreement है वो अगर स्विट्ज़रलैंड के साथ नहीं है तो सिर्फ swiss bank आपकी कोई भी Information किसी भी कीमत पर share नहीं करेगा। ये numbered account होता है, इसकी खासियत ये होती है की नाम की जगह एक कोड मिलता है, Bank के सिर्फ कुछ लोगों के अलावा किसी को भी पता नहीं चला की इन accounts में क्या हो रहा है normaly अगर किसी को पैसा भेजना होता है तो India में आदमी का नाम account number IFSC CODE, Branch वगैरा ये सब चाहिए होती है लेकिन numbered account जो होता है swiss Bank का उसमें खाली एक number share करना होता है और सारे काम हो जाता है। सिर्फ कुछ चुनिंदा Bank के जो Officials होते हैं सिर्फ उनके पास है Details होती है बाकी इसकी Details किसी के पास भी नहीं जाती है numbered account में regulatory compliance,anti-money laundering,obligations वगैरा सब चेक होती है, ऐसा नहीं है की कोई भी उठ के गया और पैसा जमा करके आ गया, प्रॉपर वेरीफिकेशन होता है और एक बार जब सारा कुछ चेक होने के बाद आपका account Swiss Bank के अंदर खुला गया तो उसके बाद Customer की जो Identity है उसको बचाना Swiss Bank की priority में सबसे ऊपर होता है।
numbered account के लिए Swiss Bank का जो कंप्यूटर होता है उसमें Customer का नाम तक नहीं आता है Bank का कोई भी emplyee आपकी Identity नहीं देख सकता, साथ ही अगर कोई साइबर क्राइम होता है तो भी आपका नाम बाहर नहीं आता है इसी तरह जो Bank statement होता है उस पर भी account holder का नाम तक नहीं होता है, सिर्फ एक number होता है जो पूरा account का बेसिक होता है।
1.Swiss Bank charge
इस numbered account को चलने में खर्चा भी बहुत आता है इसका जो anual charge होता है वो ($300) 300 डॉलर यानी की 24000 से ₹25000 के करीब होता है, अगर आप Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) के बाहर रहते हैं तो आपसे Bank एक non residential fees भी चार्ज कर सकता है। इसमें Swiss Bank ये भी facility देता है की अगर आप चाहते हो की Bank statement तक आपकी country में ना जाए तो वो facility भी है क्योंकि Bank statement से Government तक Information जा सकते है, लेकिन Bank statement ना भेजना के लिए उल्टा फीस देनी होती है बाकी जो Banks होते हैं उसमें Bank statement भेजना के लिए अलग से फीस देनी नही होती है और यहां पर उल्टा होता है।
काफी साल पहले ये भी possible था की आप numbered Bank account से सिर्फ number use करके इंटरनेशनल वायर ट्रांसफर भी कर सकते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होता। जब आप Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) के बाहर से किसी swiss number account में पैसा ट्रांसफर करते हो तो swiss Bank को आपकी Identity उसे foriegn Bank के साथ share करनी होती है और जब एक दो cases में Details leak हुई तो इस चीज को भी Bann कर दिया गया। numbered account जब आप Swiss Bank में खुलवाते हो तो आपको चेक बुक तक नहीं मिलती है क्योंकि इससे numbered account का पूरा Purpose खराब हो जाएगा। आपके account में जो transaction होगी उसकी पुरी Trail पकड़ी जा सकते है तो Swiss Bank इसकी जगह पर Traveller Checks देता है जो Swiss Bank खुद issue करता है, उसमें ammount पहले से ही mention होता है, सारी Details मेंशन होती हैं, उसको आपको बस एक currency की तरह use करना होता है, हो सकता है आपने कई बार न्यूज़ में भी सुना हो की इस पर्टिकुलर सेलिब्रिटी की जब जांच हुई तो उसमें Swiss Bank का Travelers Checks पड़ा गया लेकिन इस पर्टिकुलर ट्रैवलर चेक के लिए भी Bank आपसे 1% अलग से कमीशन लेता है Swiss Bank के numbered account में आप एक सेफ डिपॉजिट बॉक्स भी रेंट कर सकते हो जिसमें सामान रखा जा सकता है safe डिपॉजिट बॉक्स हमेशा Bank account से कनेक्ट रहता है।
बड़े-बड़े लोग अपनी कीमती चीज दुनिया से छुपा के यहां पर रखते हैं Swiss Bank को जी स्पेशल Customer के लिए एक सीक्रेट Bank वॉल्ट भी देता है जो की underground Bunker में होते हैं इसमें स्टोरेज फैसिलिटी होती है जहां पर लोग गोल्ड, डायमंड और वैल्युएबल फिजिकल आइटम्स पुरी दुनिया से छुपा के रख सकते हैं। इनमें से ज्यादातर अंडरग्राउंड bunker Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) के माउंटेंस में located है, यह मिलिट्री bunkers हैं जिनको कभी मिलिट्री ने बनाया था और बाद में Swiss Bank में खरीद लिया है इनको ये bunker हर किसी को नहीं मिलते हैं सिर्फ उन clints को मिलते हैं जिन्होंने कई तरह के सिक्योरिटी क्लीयरेंस पास किया होते हैं, इनमें से कुछ bunkers को जान पूछ के रोड की जो कनेक्टिविटी है उससे काट दिया जाता है, यहां पर सिर्फ planes या फिर हेलीकॉप्टर से ही जया जा सकता है इस लेवल के सिक्योरिटी मिलती है। ये vaults हैं करीब 5 लाख डॉलर में रेंट पर मिलते हैं अब आप सोच के देखिए जब रेंट इतना है तो अंदर सामान कितनी कीमत का होगा लेकिन दुनिया के अंदर बहुत ही rich लोग है ये सारे vaults आराम से rent out हो जाते हैं।
2008 की फाइनेंशियल क्राइसिस के बाद लोगों का currency से विश्वास कम हुआ है और लोग गोल्ड और डायमंड जैसी चीज खरीद के इन bunkers में रखते हैं और code के साथ अपनी पीढ़ी दर पीढ़ी को ट्रांसफर करते रहते हैं।
Swiss Bank share Details to Government
अब देखिए कुछ ऐसी भी situations होती है जिसमें जो Swiss Bank है वो अपने Customer की Information foreign Governments को भी देता है लेकिन Government के पास substantial criminal allegations होने चाहिए, Tax चोरी वगैरा ये सब जो चीज होती हैं, स्विट्ज़रलैंड में एक बड़ा क्राइम नहीं समझा जाता है। इसलिए अगर Tax चोरी का case होता तो उसमें Information नहीं दी जाती है लेकिन swiss Banker Association की वेबसाइट के हिसाब से अगर money-laundring, criminal organtion theft, Black mailing. यह सारे cases होते हैं, तब Information share की जा सकती है लेकिन सिर्फ Information share की जाएगी। ऐसा नहीं की सारा पैसा उठा के वापस दे दिया जाएगा, ये Information सिर्फ इसलिए दी जाती है ताकि criminal activity जो है उसको पड़ा जा सके और पहले तो ये भी नहीं था। किसी भी situations में Information Swiss Bank वाले नहीं देते।
Interest Rates
Swiss Bank की एक और खास बात है दुनिया के बाकी Banks में जब आप पैसा रखते हो तो Customer को interest मिलता है जैसे India में 2.5% से लेक 7% तक interest मिलता है लेकिन Swiss Bank में interest minus (-0.75%) मिलता है यानी की उल्टा interest देना होता है अगर ₹1 लाख तो ₹750 उल्टा आपको देना पड़ेगा Bank को, लेकिन इसके बाद भी जो लोग Swiss Bank में अपना पैसा रखते हैं वो मुनाफे में रहते हैं। actualy इसके पीछे reason है वहां की strong और stable currency, जैसे अभी एक swiss Frank जो है वो 88 rupees का है लेकिन 2010 में एक swiss frank 44 rupees का था यानी की अगर किसी ने 2010 में अपनी currency, swiss frank में convert करा के Swiss Bank में जमा कराई होगी तो अब उसकी value 2023 में डबल हो गई होगी। Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) की economy भी बाकी देश से काफी अलग है बाकी देश में inflation बढ़ता है लेकिन इनके यहां पर negative inflation होता है और अगर कभी हुआ भी तो ज्यादा से ज्यादा 1% तक रहेगा। अभी जब 2022 में जब हर country का बुरा हाल था तब भी जाके Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) में inflation 1.31% तक हुआ था। Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) की जो economy है वो इतनी stable और full proof है की हर आदमी उसे economy के साथ associated होना चाहता है सेफ्टी की सेफ्टी और वैल्यू बढ़ेगी वो अलग से।
Death of Account Holder
और अगर किसी वजह से Swiss Bank में account holder की death हो जाती है तो उस case में अगर nominee उसने बता रखा है तो उस case में तो पैसा ट्रांसफर हो जाता है, यह सारी Details ट्रांसफर हो जाती है उसके nominee को। लेकिन अगर nominee नहीं है और account holder की death हो जाती है तो Swiss Bank को पता ही नहीं चल पता क्योंकि Swiss Bank अपने आप किसी भी account holder को contact नहीं करता है क्योंकि account holder की secrecy reveal हो सकती है जिस भी country में जाकर वो पता करेंगे इस वजह से।
लेकिन अब Swiss Bank में ये rule है की अगर 10 साल तक कोई activity नहीं होती है किसी भी Swiss Bank के account में तो उसके बाद जो Swiss Bank है वो account holder को contact कर सकता है और अगर contact करने के बाद भी account holder नहीं मिलता है तो उस account को block कर दिया जाता है। world war के time पर भी लाखों account के साथ ऐसा ही हुआ था। लेकिन ओसामा बिन लादेन का जो swiss account था उसमें 6 साल तक कोई activity नहीं हुई थी उस time पर Swiss Bank ने उसको block कर दिया था।
1990 में ओसामा बिन लादेन ने swiss Bank में account खोल था और 1997 तक उसने उस account में कोई activity नहीं की थी और 1997 में Swiss Bank ने ओसामा बिन लादेन के account को ब्लॉक कर दिया था क्योंकि उस particular time पर 10 साल वाला कोई सेट rule नहीं था और अमेरिका के ऊपर भी बहुत ज्यादा प्रेशर था की Al-Qaeda का जो पैसा है वो swiss Bank में पड़ा है और Swiss Bank को उसको ब्लॉक करना चाहिए तो टोटल 25.5 मिलियन डॉलर Al-Qaeda swiss bank ने block कर दिया था।
Data Sharing with India
देखिए Swiss Bank जो कर रहा था इससे एक time के बाद पूरे world में थोड़ी दिक्कत होने लगी थी और फिर 2014 में ‘Organisation for Economic Co-operation and develoment (OECD)’ ने एक Declaration बनाया की सभी देश अपने Taxpayers की जो financil Information है वो एक दूसरे से अब share करेंगे, इस Declaration में 50 देश ने Sign किया जिसमें से Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) और India भी थे और ये वो time था जब India में आप आए दिन News में सुनते होंगे की Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) का पैसा India के अंदर वापस आना चाहिए। इसके बाद मोदी सरकार वादा करके आई, की वो Swiss Bank से पैसा वापस देश में लाएगी।
इन्होंने 2018 में India और Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) का एक Automatic exchange of Information का सिस्टम बनाया जिसके अंदर Indian residents के swiss Banks के खातों की Details जो है, फाइनेंशियल Details जो है वो Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) के Banks India के साथ share करेंगे और इसके बाद Switzerland ने Swiss Bank के Indian account holder जो थे उसकी पहली list India को दी।
पहली list सितंबर 2019 में आई जिसमें India के बड़े-बड़े लोगों के नाम थे। दूसरी list अक्टूबर 2020 में, तीसरी list अक्टूबर 2021 में आई और चौथी list अक्टूबर 2022 में आई और ये list आई थी इसमें स्विट्ज़रलैंड के Federal Tax administration ने Indian सिटिजन के नाम, Address, country of resident, Tax indentification number, account balance और Bank की काफी Details share की थी लेकिन ये जो list आई थी इनका कोई भी फायदा नहीं हुआ क्योंकि agreement के हिसाब से ये डाटा सिर्फ TAX Purpose के लिए आया था India के अंदर और ये सारी Details सिर्फ और सिर्फ Central boards of direct taxes (CBDT) इसके पास रखा जाएगा और वो ही इस कुछ Action ले सकता है। OECD Guidelines के हिसाब से इस डाटा को पब्लिक नहीं किया जा सकता, तो list तो आ गई सबके नाम भी आ गए लेकिन इसको बताया नहीं जा सकता।
और ये जो list आई थी इसमें एक चीज और थी की, ये उन्ही Bank account की list थी जो account officialy Indian सिटिजन के नाम से थे लेकिन Black Money को India के बाहर ले जान का जो काम था उसमें main role तो उन बड़े खिलाड़ियों का था जिन्होंने as an Indian citigen account ही नहीं खुलवाया बल्कि कई छोटी-छोटी countries हैं जहां पर rules बहुत ही हल्के हैं वहां के citizen बन के Swiss Bank में account खुलवाए।
ऐसा भी बोला जाता है की जब Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) पर account Information share करने का pressure India की तरफ से बढ़ रहा था इस बीच में लोगों ने account कही और शिफ्ट कर लिए और पैसा डिजिटल currency में shift कर लिया जिसके बारे में Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) कोई Details share नहीं करता है।
Data Leak to Public
2015 में the Indian express ने swissleaks के नाम से कुछ लोगों के नाम पब्लिश किया और बताया की, Swiss Bank में इनके कितने पैसे जमा है ये वो list है, इसमें मुकेश अंबानी, अनिल अंबानी, कई chief minister के भी नाम है आप Download करके पढ़ लेना,Download करने का Link निचे मिल जायेगा। लेकिन हैरानी की बात ये है की इस list के आने के बाद आप सोचोगे की Swiss Bank में Black Money जो है India के लोगों ने कम कर दी होगी जमा करना लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है।
2020 में जब swiss National Bank की रिपोर्ट आई तो पता चला की पिछले 13 साल का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया Indian ने Swiss Bank में पैसा जमा करने में। ज्यादातर experts का ये मानना है की जो Indian Government ये ऑफिशल डाटा लेकर आई है Swiss Bank का ये Indian की जो स्विट्ज़रलैंड के अंदर legal wealth है उसका है तो ये जो डाटा है ये किसी काम का नहीं है असल में जो Black Money India से Switzerland (स्विट्ज़रलैंड ) पहुंचती है वो पांच Tax Havens से हो के जाती है मतलब की किसी और countries से हवाला के through घुमा के पहुंचाई जाती है जिससे Indian Government के लिए ये पता लगाना की कौन सा पैसा किसका है और कहां से आया ये बहुत ही मुश्किल है।
देखिए India में Black Money के ऊपर कम से कम पिछले 15 साल से पब्लिक डिबेट चल रही है, पहले Black Money खत्म करने के नाम पर नोटबंदी की गई, उसके बाद जो swiss account के जो account holder हैं उनकी भी list आ गई लेकिन एक पैसा India में वापस नहीं आई।
अब इसमें दो चीज हो सकती हैं की या तो जो लोग Black Money घुमा रहे हैं वो इतने शातिर हैं की अपना advance में arrangment करके रखते हैं, उनको पहले से ही पता चल जाता है की आगे क्या होने वाला है और बचके के निकाल जाते हैं या फिर ये हो सकता है की ज्यादातर पैसा India के politicians का ही हो सकता है या ऐसे लोगों का हो जो political class के नजदीक हो लेकिन अगर ये भी होता तो Government change भी तो होती रहती है कभी बीजेपी आती है, कभी कांग्रेस आती है, कभी मिली जूली सरकार आती है, तो Government change भी होती रहती है। तो ये लोग opposition को नेता भी पकड़वा सकते हो ,लेकिन इसके बाद भी कोई पैसा वापस नहीं आता है बल्कि डबल पैसा देश के बाहर चला जाता है या फिर एक चीज ये हो सकती है ये सब मिलकर हमको वेवकूफ बना रहे है।
Download Swiss Bank Account Holder Name List
You can download swiss bank account holder name list publiced by ” The Indian Express “. You can also download this list from ‘ The Indian Express ” Official website.